शुक्रवार, 22 मई 2009

नन्ही परी
देख तेरे आंगन आई नन्ही परी
हर तरफ से देखो 
वह पे्रम से भरी,
सुनकर उसकी कोयल सी आवाज
चला आये तू उस आगाज़
जहां वह खेल रही 
देख तेरे अँागन आई नन्ही परी,
वह ले जाती तुझे  
 किसी और लोक में 
जब होती वह 
तेरी कोख में 
तेज आवाज सुन 
वह दुनिया से डरी
देख तेरे आँगन 
आई नन्ही परी,
रौनक वह आँचल 
में लेकर आई,
पास है उसके 
चंचलता की झांई
जिसके छूकर 
तू हो गई हरी
देख तेरे आँगन
आई नन्ही परी ....
. रुचि राजपुरोहित ’तितिक्षा