नन्ही परी देख तेरे आंगन आई नन्ही परी हर तरफ से देखो वह पे्रम से भरी, सुनकर उसकी कोयल सी आवाज चला आये तू उस आगाज़ जहां वह खेल रही देख तेरे अँागन आई नन्ही परी, वह ले जाती तुझे किसी और लोक में जब होती वह तेरी कोख में तेज आवाज सुन वह दुनिया से डरी देख तेरे आँगन आई नन्ही परी, रौनक वह आँचल में लेकर आई, पास है उसके चंचलता की झांई जिसके छूकर तू हो गई हरी देख तेरे आँगन आई नन्ही परी ..... रुचि राजपुरोहित ’तितिक्षा