सोमवार, 1 फ़रवरी 2010

कविता

इक यह करना!!!

स्मृतियों को बस जिंदा रखना
अतीत से एक रिश्ता रखना

कितनी भी दूर चले जाओ
मिलने की एक जगह रखना

जीवन जायका कम न होगा
दिल में मीठी याद रखना

नन्हे नादान की भोली जिद
और बुजुर्गों की बात रखना

.........किरण राजपुरोहित नितिला