रविवार, 5 जुलाई 2009


छू कर मेरे मन को

-किसी भी व्यक्ति के लिये स्वयं केा खुद की ही बेड़ियों से आजाद कर पाना सबसे कठिन होता है। ऐसा नही होता तो शराब व सिगरेट की कंपनियां कब की बंद हो चुकी होती ।

-हम जब से जन्म लेते है तब से ही मां बाप के जीवन का लक्ष्य बन जाते है। उनके सपनों की सूची में हमारी सफलता सबसे उपर होती है और वे इसके लिये जी जान से मेहनत करते है। हम ये सब इसलिये नही समझ पाते क्यों कि हम इस अनुभव से नही गुजरे होते है।

-हमारे माता पिता की किसी मामले में गलत होने की संभावना हमसे बहुत कम होती है क्योंकि वे दुनिया को हमसे बेहतर तरीके से समझते है।

-जिंदगी की रफतार इतनी तेज न होने दें कि किसी की मदद की गुहार भी आप तक न पहंुच सके।

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