
छू कर मेरे मन को
-जब भी कोई फल खाऐं उस पेड़ को रोपने वाले व्यक्ति के बारे में सोचें, उस पेड़ के बारे में सोचें जिस पर वह फल पका है।
-जेा व्यक्ति छोटी छोटी खुशियों के लिए शुक्रिया आदा नहीं करता उसे बड़ी खुशियां कभी नही मिलती।
-कृतज्ञ हदय में निराशा के बीज कभी प्रस्फुटित नही होते।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें