सोमवार, 29 जून 2009



मुस्कान 


-दुनिया भर के आंकड़े मुस्कान की कीमत नहीं माप सकते।
-सारी दुनिया एक ही भाषा में मुस्कुराती है।
-ऐसा कोई चेहरा नही जो मुस्कुराने पर खूबसूरत नहीं दिखता।
-मुस्कान आपके चेहरे के झरोखे की तरह होती है जो कहती है कि आप घर पर है।
-किसी अजनबी को अपनी एक मुस्कान दीजिये। हो सकता है कि दिन भर में उसे मिलने वाला यह एकमात्र उजाला हेा।